एकदंत गणेश कथा (Ekdhant Ganesh Katha Lyrics)

एकदंत गणेश कथा | Ekdhant Ganesh Katha Lyrics

पिता की भक्ति सर्वप्रथम है मानव को समझाया
गौरी सुत बने एक दन्त, देखो ईश्वर की माया

एक बार कैलाश शिखर पर शिव ने ध्यान लगाया
विघ्न कोई आने ना पाए गणपति को समझाया
द्वारपाल बन बैठे विनायक, आज्ञा को सर से लगाया
गौरी सुत बने एक दन्त देखो ईश्वर की माया

शंकर के दर्शन को आतुर इक सन्यासी आये
हाथ में परशु, मुख पे ज्वाला, खुली जटा लहराए
उस साधु ने, नाम भी अपना, परशुराम बताया
गौरी सुत बने एक दन्त देखो ईश्वर की माया

बोले हे बालक मुझको तो, शिव भोले से मिलना है
कहे गजानन हे साधु अभी जाना वहाँ मना हैं
सुनकर ये बातें साधु को क्रोध बहुत ही आया
गौरीसुत बने एक दन्त देखो ईश्वर की माया

युद्ध हुआ आरम्भ वहाँ और तीनलोक घबराया
परशुराम ने अपना परशु लम्बोदर पे चलाया
दिव्य परशु का वार प्रभु ने एक दन्त पे खाया
गौरी सुत बने एक दन्त देखो ईश्वर की माया

Singer – Pamela Jain

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eight − 7 =

Scroll to Top