गौरी नंदन थारो अभिनंदन | Gauri Nandan Tharo Abhinandan Lyrics
गौरी नंदन थारो अभिनंदन
करे सारो परिवार
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
बल और बुद्धि को तो थारो भंडार है
तीनो लोक में पहलो थारो अधिकार है
थारी पूजा सबसे पहले करे सारो संसार
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
विघ्न विनाशक सारी विपदा मिटाओ
रिद्धि सिद्धि सागे लेकर म्हारे घरा आओ
काम कोई भी करने से पहले पड़े थारी दरकार
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
चंदन की चौकी पर म्हे थाने बिठावा
तिलक लगावा ‘भक्ता’ हार पहनावा
मोदक लड्डूवा को भोग लगावा कर लीजो स्वीकार
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गौरी नंदन थारो अभिनंदन करे सारो परिवार
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
गजानन आन पधारो
लड़ावा लाड़ मैं थारो
Singer: Upsana Mehta