ओ मेरे सावरे सरकार | o mere sanware sarkar lyrics
तेरे हाथों में मेरी डोर
पकड़ के राखियो दरबार
जो तू रूठा तो मर जाऊंगा
ओ मेरे सावरे सरकार,,,
तुझे देखा तो मेरे दिल से ये अरमान निकले
तेरे दर पर ही मेरे श्याम अब ये जान निकले,,
मुझे ना चाहिए कुछ भी
में चाहु तेरा ही..दीदार
तेरे हाथों में मेरी डोर
पकड़ के राखियो दरबार
जो तू रूठा तो मर जाऊंगा
ओ मेरे सावरे सरकार,,,
माला से मोती एक एक करके
टूट गए सारे
रिश्ते कलियुग के मारे
पीछे छूट गए सारे..
तीन बाण के धारी
तू तो जानता है सारी
मेरे श्याम तू जितादे मुझको
बाजिया ये हारी,,,।।
मेरा रिश्ता रहे तुझसे चाहे रूठे ये संसार..
तेरे हाथो में मेरी डोर पकड़ के
राखियो दरबार
जो तू रूठा तो मर जाऊंगा
ओ मेरे सावरे सरकार,,,।
आजकल पत्ते पर श्याम धन्नी
कोई डाकिया नहीं आए,..
अब सुख दुख के संदेशे
मुझको पढ़कर कौन सुनाए,,
बेरी दुश्मन जमाना
फीका फीका जग सारा
तू ना होता कहां जाता
ओ बाबा खुद से था हारा,,
मेरी बिगड़ी सवरी जो कुछ भी हो
सबकुछ तेरे हाथ,,
तेरे हाथो में मेरी डोर पकड़ के
राखियो दरबार,,,,
Singer : Ajit Singh Tanwar