मेरे प्यारे गणपति मेरी विनती करो स्वीकार
मेरे घर भी पधारो देवा ,मैं मानूंगी उपकार
मेरे प्यारे गणपति ,मेरी विनती करो स्वीकार……
शिव गोरा के पुत्र लाडले ,बिगड़ी बात बनाते हो
प्रेम भाव से जो भी बुलाए ,ऋद्धि सिद्धि संग आते हो
मैं भी जपु नीत माला ,दर्शन दे दो एक बार
मेरे प्यारे गणपति ,मेरी विनती करो स्वीकार……
बड़ी ही प्यारी छवि तुम्हारी ,मूरत मन को लुभाती है
शीश मुकुट चमचम है चमके ,नैना जादू चलाते हैं
तेरे दर पे जो भी आया ,वो भूल गया संसार
मेरे प्यारे गणपति मेरी विनती करो स्वीकार…….
सूंड सुंडाला देव निराला ,सारे जग ने माना है
मोदक का तुम भोग लगाओ ,मूषक वाहन न्यारा है
नित नित शीश झुकाए ,तेरे चरणों में बारंबार
मेरे प्यारे गणपति मेरी विनती करो स्वीकार……