आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है (Aaj Shukrawar Hai Santoshi Maa Ka Vaar Hai)

Maa Santoshi002
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है | Aaj Shukrawar Hai Santoshi Maa Ka Vaar Hai Lyrics

आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

रिद्धि सिद्धि की पुत्री हो तुम तेरे पिता गणेश है तेरे पिता गणेश है
शुभ लाभ तेरे भ्राता है जो काटत सकल कलेश है काटत सकल कलेश है
शक्ति का अवतार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

स्वर्ण कटोरा भरा चावल से तेरे पहले हाथ में तेरे पहले हाथ में
दूजा हाथ वर मुद्रा धारी तीजे तिरशूल साथ में तीजे तिरशूल साथ में
चौथे में तलवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

भुना चना गुड़ का प्रसाद जो माता तुम्हें चढ़ाता है माता तुम्हें चढ़ाता है
सुख शांति वैभव देती तुम खाली हाथ न जाता है कोई खाली हाथ न जाता है
जग की पालनहार है संतोषी का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

सोलह शुक्रवार का व्रत जो माता तेरा करता है तेरा व्रत माँ करता है
मनोकामना पूरन होती भव से पार उतरता है भव से पार उतरता है
खुशियो की भरमार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

जल थल नभ में विचरण करती लेकर शेर सवारी माँ लेकर शेर सवारी माँ
स्वर्ण मुकुट मस्तक पर शोभे रूप चतुर्भुज धारी माँ रूप चतुर्भुज धारी माँ
भर देती भंडार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है
आज शुक्रवार है संतोषी माँ का वार है ये सच्चा दरबार है
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे उसका बेड़ा पार है

Singer: Ravi Raj

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