घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा लिरिक्स | Ghar Ke Dwar Pe Bajrangi Ka Pahra Lyrics
मेहंदीपुर वाले मेरे साथ सदा
सर पे हनुमत का है हाथ सदा
जो बजरंगी से कह दूं मैं
पूरी होती अरदास सदा
मुझे छू न सका दुख दूर दूर ही ठहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मुझे छू न सका दुख दूर दूर ही ठहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेहंदीपुर वाले मेरे साथ सदा
सर पे हनुमत का है हाथ सदा
सुख के झूलों में झूलू में
हनुमत की कृपा न भूलू मैं
सुख के झूलों में झूलू में
हनुमत की कृपा न भूलू मैं
बल मिलता मन से लड़ने का
हनुमत के चरण जब छू लू मैं
हम दोनों हैं राम के भक्त रिश्ता यह गहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेहंदीपुर वाले मेरे साथ सदा
सर पे हनुमत का है हाथ सदा
मेरे घर से बलाए दूर रहे,
सब गर्म हवाएं दूर रहे
मेरे घर से बलाए दूर रहे
सब गर्म हवाएं दूर रहे
जंतर मंतर जादू टोना कभी पास ना आए दूर रहे
बजरंग की छवि में महाकाल का चेहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेहंदीपुर वाले मेरे साथ सदा
सर पे हनुमत का है हाथ सदा
बालाजी चले मेरे साथ सदा,
मेरे हाथ में इनका हाथ सदा
बालाजी चले मेरे साथ सदा
मेरे हाथ में इनका हाथ सदा
मेहंदीपुर वाले बालाजी मेरे मन की सुनते बात सदा
सब कहते हैं “लक्खा” तेरा भाग सुनहरा है
मेरे घर के द्वार पर बजरंगी का पहरा है
मेरे घर के द्वार पर हनुमान का पहरा है
मेहंदीपुर वाले मेरे साथ सदा
सर पे हनुमत का है हाथ सदा
Singer : Lakhbir Singh Lakha