जनक दुलारी के जानकी प्यारी के मन में बसे श्री राम (janak dulari ke janki pyari ke man me base shri ram)

ramsita3
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के मन में बसे श्री राम | janak dulari ke janki pyari ke man me base shri ram lyrics

जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

जब से देखा है राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

मंदिर में जनक दुलारी
जब गौरी पूजन आई
सिया रानी की अखियां
रघुनंदन से टकराई
देखती रह गई रह गई
सीता जी राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम

जब से देखा है राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

पूजी जगदंब भवानी
वर मांगा आज निराला
मुझे वर दो है वरदानी
मैं पहनाऊं वरमाला
मैंने तो वर चुन लिया चुन लिया
वर अपना राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम

जब से देखा है राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

जब धनुष राम ने तोड़ा
सीता मन में हर्षाई
शादी का पहने जोड़ा
सखियों के संग में आई
जानकी पहना रही
पहना रही वरमाला राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम

जब से देखा है राम को
जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

जनक दुलारी के जानकी प्यारी के
मन में बसे श्री राम….

स्वर: सीमा पंडित

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