केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराईं से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
मैं नदी नाल का केवट हूँ
तुम भवसागर के मालिक हो
मैं यहाँ वहाँ पार लगाता हूँ
तुम वहाँ वहाँ पार लगा देना
केवट ने कहा रघुराईं से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
लाखों को पार लगाये हो
मुझको भी पार लगा देना
मैं यहाँ वहाँ पार लगाता हूँ
तुम वहाँ वहाँ पार लगा देना
केवट ने कहा रघुराईं से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
तूने अहिल्या को पार लगाया है
मुझको भी पार लगा देना
मैं यहाँ वहाँ पार लगाता हूँ
तुम वहाँ वहाँ पार लगा देना
केवट ने कहा रघुराई से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
केवट ने कहा रघुराईं से
उतराई ना लूंगा हे भगवन
गायक: प्रकाश गांधी