मीठी वृन्दावन की सेवा | Mithi Varindavan Ki Sewa Lyrics
वृन्दावन की सेवा मीठी
वृन्दावन की सेवा मीठी
श्यामा श्याम ही निकी लागत
ज्यों बालक ही कलैवा
मीठी वृन्दावन की सेवा
कुंज निकुंजन कुसुम पुंज रचि
सैन ऐन मधु मेवा
मन कंचन भाजन भरि सोहे
अंग धूप को खेवा
मीठी वृन्दावन की सेवा
वृन्दावन की सेवा मीठी
वृन्दावन की सेवा मीठी
श्यामा श्याम ही निकी लागत
ज्यों बालक ही कलैवा
मीठी वृन्दावन की सेवा
बिहरत सदा दुल्हिन दुल्हा
अंग अंग मधु फेवा
व्यास रास आकाश फिरत दोऊ
मानहु प्रेम परेवा
मीठी वृन्दावन की सेवा
वृन्दावन की सेवा मीठी
वृन्दावन की सेवा मीठी
श्यामा श्याम ही निकी लागत
ज्यों बालक ही कलैवा
मीठी वृन्दावन की सेवा
Singer: Shri Indresh Ji