इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से निकले (itna to karna swami jab pran tan se nikle lyrics)

ramsita4
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से निकले लिरिक्स | itna to karna swami jab pran tan se nikle lyrics

इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
गोविन्द नाम लेके
तब प्राण तन से निकले

श्री गंगा जी का तट हो
यमुना का वंशीवट हो
मेरा सांवरा निकट हो
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

पीताम्बरी कसी हो
छवि मन में यह बसी हो
होठों पे कुछ हसी हो
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

श्री वृन्दावन का स्थल हो
मेरे मुख में तुलसी दल हो
विष्णु चरण का जल हो
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

जब कंठ प्राण आवे
कोई रोग ना सतावे
यम दर्शना दिखावे
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

उस वक़्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना
राधा को साथ लाना
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

सुधि होवे नाही तन की
तैयारी हो गमन की
लकड़ी हो ब्रज के वन की
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

एक भक्त की है अर्जी
खुदगर्ज की है गरजी
आगे तुम्हारी मर्जी
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले

इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
गोविन्द नाम लेके
तब प्राण तन से निकले

Singer: Astha Lohar

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

20 − eight =

Scroll to Top